जब से छोड़ा शरीर ने साथ निभाना मेरा सांवरा सैंया बनाए प्यार से खाना, जब से छोड़ा शरीर ने साथ निभाना मेरा सांवरा सैंया बनाए प्यार से खाना,
आँसू की इन बूंदों में तुम ओ प्यारी बच्ची बह चली हो, क्रूर शोषण से बचाने के लिए अब आँसू की इन बूंदों में तुम ओ प्यारी बच्ची बह चली हो, क्रूर शोषण से बचाने क...
ज्ञान और ताप से अर्जित अहंकार, फिर बल, सत्ता और प्रभुत्व की आस, छोड़ गया रे तेरा विवेक तुझे, रावण, यह... ज्ञान और ताप से अर्जित अहंकार, फिर बल, सत्ता और प्रभुत्व की आस, छोड़ गया रे तेरा ...
तेरे – मेरे जीवन की घटनाओं से , इस पर कोई फर्क नहीं पड़ता , ये जानता है अपनी मंज़िल , इसे को... तेरे – मेरे जीवन की घटनाओं से , इस पर कोई फर्क नहीं पड़ता , ये जानता है अपन...
अब दोस्ती सिर्फ ओनलाइन और दोस्त सिर्फ डी पी में अब दोस्ती सिर्फ ओनलाइन और दोस्त सिर्फ डी पी में
मानव के कर्मों से बनी त्रासदी हूँ मैं नदी हूँ मैं। मानव के कर्मों से बनी त्रासदी हूँ मैं नदी हूँ मैं।